राजनांदगांव। शासन
की महत्वाकांक्षी एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने वाली गोधन न्याय
योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य एवं जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा
लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत उपायुक्त कृषि विभाग डॉ.
जगदीश सोनकर द्वारा आज राजनांदगांव के विभिन्न गौठानों का निरीक्षण किया
गया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान गोधन न्याय योजना के सफल क्रियान्वयन के
लिए नियमित मॉनिटरिंग, गौठानों
में आने वाले गोबर की मात्रा एवं गुणवत्ता के साथ गोबर के रखरखाव एवं खाद
निर्माण प्रक्रिया के लिए प्रशिक्षण को लेकर स्व सहायता समूह की महिलाओं से
चर्चा की।
उपायुक्त कृषि विभाग डॉ. सोनकर ने गौठान के निरीक्षण के दौरान महिला स्वसहायता समूह द्वारा उच्च गुणवत्ता के उत्पादित वर्मी कंपोस्ट एवं वर्मी वाश के उत्पादन की सराहना की। साथ ही अन्य रोजगार मूलक कार्यों की भी प्रशंसा की। उन्होंने गांव में आयोजित फसल प्रदर्शन का भी निरीक्षण किया। गौठान में लो कॉस्ट तकनीक से भी कम लागत से वर्मी कंपोस्ट उत्पादन को देखकर हर्ष व्यक्त किया। आने वाले समय में समस्त गौठान में कम लागत तकनीक का प्रचार करने एवं उत्पादन गौठान में करने के पहल की सराहा भी की। डॉ. सोनकर ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक राजनांदगांव का भी निरीक्षण किया। उन्होंने गोधन न्याय योजना के गोबर खरीदी के राशि हस्तांतरण की भी जानकारी ली। इस दौरान जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती तनुजा सलाम, आयुक्त नगर निगम श्री चंद्रकांत कौशिक, सहायक संचालक कृषि श्री टीकम सिंह ठाकुर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत श्री गोपाल कंवर, सहायक परियोजना अधिकारी जिला पंचायत श्री प्रदीप सहारे एवं जनपद पंचायत के अधिकारी उपस्थित थे।
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